FARIDABAD : सीएम ने किया 37 वीं नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता का शुभारम्भ – कैप्टन अभिमन्यु और उद्योगमंत्री विपुल गोयल भी रहे मौजूद !!!

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TODAY EXPRESS NEWS FARIDABAD : ”  कोशिश कर हल निकलेगा , आज नहीं तो कल निकलेगा ,  अर्जुन के तीर सांध निशाना , ज़मीन से भी जल निकलेगा “

कविता की यह लाइनें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने आज 37 वीं सीनियर नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता का शुभारम्भ करते हुए अपने सम्बोधन में कही और देशभर से आये खिलाड़ियों की हौसला अफजाही की.

 37 वीं सीनियर नेशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता का आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधिवत झंड़ा फहराकर उदघाटन किया। इस मौके पर उनके साथ वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु और उद्योगमंत्री विपुल गोयल मौजूद थे. सीएम ने इस मौके पर धनुष उठाकर तीर भी चलाया। गौरतलब है की यह प्रतियोगिता फरीदाबाद के सेक्टर 12 हुडा ग्राउंड मे आयोजित की जा रही है जिसमे देश के विभिन्न प्रदेशो की 38 टीमो के 500 से जायदा तीरंदाज हिस्सा ले रहे है जिनमे ओलंपियन खिलाड़ी भी शामिल है. इस मौके पर ओलंपियन खिलाड़ियों ने मंच पर सीएम से मुलाक़ात भी की.

खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा की तीरंदाजी हमारे देश का इतिहास है क्योंकि यदि इतिहास में कभी प्रतियोगिताओ का शुभारम्भ हुआ होगा तो शायद तीरंदाजी ही पहला खेल रहा होगा। इस मौके पर उन्होंने कौरवो और पांडवो के काल को भी तीरंदाजी से जोड़ते हुए धनुर्धारी भगवान् श्री राम , अर्जुन और एकलव्य का भी जिक्र किया। इस मौके पर उन्होंने तीरंदाजी पर बोलते हुए कहा की तीरंदाजी को लेकर हमारे देश में कई कहावते प्रसिद्ध है. जिनमे एक तीर से दो शिकार जैसी कहावतों के अलावा चिड़िया की आँख और मछली की आँख पर निशाना लगाना भी शामिल है. उन्होंने कहा की तीरंदाजी एकाग्रता का खेल माना गया है कभी – कभी इसे रणनीति का खेल भी माना गया है. वहीँ सीएम ने मजाकिया लहजे में कहा    ” कही पे निगाहें कही पे निशाना – मारो कही लागे वही ”  लेकिन साथ ही साथ हस्ते हुए उन्होंने खिलाड़ियों को नसीहत दी की खेल खेलते वक्त इसका प्रयोग न करे और जहाँ निशाना लगाना है वहीँ निगाह रखना नहीं तो चूक हो जायेगी। उन्होंने खिलाड़ियों से अपील की – कि सभी खिलाड़ी उत्साह से खेले और नियमो का पालन भी करे. खिलाड़ियों को प्रेरणा देते हुए और उनका हौसला बढ़ाते हुए उन्होंने कविता की पंक्तियाँ दोहराई   ”  कोशिश कर हल निकलेगा , आज नहीं तो कल निकलेगा –  अर्जुन के तीर सांध निशाना , ज़मीन से भी जल निकलेगा ”    तीरंदाजी खेल पर बोलते हुए उन्होंने कहा की इस खेल में एकाग्रता , बुद्धि की तीव्रता , संतुलन , समय और कौशल की ज़रूरत है.

( REPORT BY AJAY VERMA 971 631 6892 )

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