एक्टिविस्ट वरुण श्योकंद की गिरफ्तारी से उनके समर्थको में रोष , कहा साजिश के तहत फसाया गया है 

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वरुण श्योकंद

पिछले दिनों आरटीआई एक्टिविस्ट वरुण श्योकंद  खिलाफ एक एफआईआर बिजली विभाग के एक अधिकारी के द्वारा मुजेसर थाने में करवाई गयी थी.  जिसके बाद से एक्टिविस्ट वरुण श्योकंद के परिचित और समर्थक इस बात का विरोध सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार कर रहे थे. इस विरोध के बावजूद फरीदाबाद पुलिस ने आरटीआई ऐटिविस्ट वरुण श्योकंद को चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया है।

आपको बता दें की आरटीआई एक्टिविस्ट वरुण श्योकंद पिछले लम्बे समय से समाजसेवा और आरटीआई एक्टिविस्ट के तौर पर फरीदाबाद में जाना जाता है।   वरुण श्योकंद की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थको में भारी रोष व्याप्त है।

उनके समर्थक जसवंत पवार का कहना है की वरुण श्योकंद पर जो मामला दर्ज करवाया गया है वह लगभग दस साल पुराना है। उनका यह भी कहना है की वरुण की गिरफ्तारी किसी साजिश से कम नहीं है।  क्योंकि लॉक डाउन की स्तिथि में अचानक से मामला दर्ज होना ही साफ़ बताता है की वरुण के खिलाफ किसी ने गहरी साजिश की है।  जसवंत पवार ने यह भी कहा की वरुण श्योकंद एक समाजसेवी है वहीँ आरटीआई एक्टिविस्ट होने के नाते उन्होंने कई घोटालो का पर्दा फर्श भी किया है।  इसी रंजिश के चलते किसी ने वरुण श्योकंद के खिलाफ साजिश की है।

हालांकि वह कहते है की उन्हें विश्वास है की वरुण श्योकंद पर जो एफआईआर दर्ज हुई है यदि उसकी निष्पक्षता से जांच की गयी तो वह निर्दोष पाए जाएंगे।  उन्होंने यह भी कहा की वह खुद और कई समाजसेवी संगठन वरुण श्योकंद के साथ खड़े है।

दरअसल बिजली विभाग के एक अधिकारी के द्वारा वरुण श्योकंद के ऊपर बिजली विभाग से धोखाधड़ी करने का मामला मुजेसर थाने में दर्ज करवाया गया था।  दर्ज करवाया गया मामला करीब पिछले दस साल पहले का बताया जा है।  वही पुलिस ने आज देर शाम तक वरुण को कोर्ट में पेश कर एक दिन का रिमांड मांगा।

वरुण को मिली थोड़ी राहत नीचे पढ़े —

वरुण केस में बचाव पक्ष की तरफ से अन्य वकील साथियों के साथ पेश हुए वरिष्ठ फौजदारी अधिवक्ता राजेश तेवतिया ने पुलिस द्वारा मांगे गए दो दिन के पुलिस रिमांड का पुरजोर विरोध करते हुए।रिमांड को खारिज करने लिए दलील दी गई जबरजस्त दलीलों को अदालत ने बड़ी गम्भीरता से सुना तथा बचाव पक्ष की तरफ से दलीलों को सुनने के बाद केवल एक दिन का पुलिस रिमांड तथा बचाव पक्ष के द्वारा रखी गई submission को considor करते हुए।वकील की उपस्तिथि में पूछताछ करने का आदेश जारी किए। तेवतिया ने कहा कि मुकदमा राजनीति से प्रेरित है तथा पुलिस के पास कोई भी ऐसा कारण नही है।जिसमे किसी भी तरीके से पुलिस को रिमांड की जरूरत हो।और कोर्ट के सामने पेश करते समय पुलिस कोई भी सबूत या दलील अदालत के सामने रखने में नाकामयाब रही।आज अदालत का समय खत्म होने के बाद वरुण को माननीय नीलम jmic fbd. के सामने उनके निवास पर पेश किया गया।

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