पीड़ित को प्रधान की शिकायत पड़ी महंगी। चौकी प्रभारी लगे धन उगाही में

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TODAY EXPRESS NEWS : ( बाराबंकी ) भय मुक्त भ्रष्टाचार मुक्त का नारा देने वाली प्रदेश की योगी सरकार में भाजपा द्वारा आयोजित चौपाल में एक दलित को अपना दुखड़ा पूर्व विधायक सुन्दर लाल दीक्षित को सुनना   इतना महंगा पड़ा कि प्रधान व उनके गुर्गों द्वारा दलित के घर जाकर पति-पत्नी व बच्चों को जमकर  मारा पीटा जिसकी शिकायत थाने से लेकर प्रदेश के मुखिया, मुख्यमंत्री तक की लेकिन 27 दिन बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे दलित न्याय पाने के लिए दर-दर भटक रहा है।   थाना असंद्रा क्षेत्र के ग्राम कन्हवापुर निवासी भाकियू नेता व पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य राम शरन रावत गांव में भाजपा द्वारा आयोजित चौपाल में पूर्व विधायक सुंदरलाल दीक्षित से प्रधान के ऊपर शौचालय में 1हजार रूपये मांगने, घटिया स्ट्रीट लाइट लगवाने सहित गांव में कराए गए कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जिसको लेकर प्रधान धनीराम पाल काफी आक्रोशित थे इसी बात को लेकर गत 6 जून की रात करीब 11 बजे प्रधान अपने समर्थकों के साथ घर पर चढ़ कर दलित राम शरन, उसकी पत्नी व बच्चों की जमकर धुनाई कर जान से मारने की धमकी दी थी, पीड़ित ने इसकी शिकायत थाना अध्यक्ष असंद्रा चौकीप्रभारी सिद्धौर को दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई, तो इसकी सूचना जिलाधिकारी बाराबंकी, पुलिस अधीक्षक बाराबंकी, व क्षेत्राधिकारी रामसनेहीघाट से की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई,अब पीड़ित ने इसकी शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री व हरिजन आयोग में  शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है। जबकि पीड़ित राम सरन का कहना है कि इससे पहले ग्राम प्रधान द्वारा मुझ से अभद्रता व जान से मारने की धमकी कई बार दे चुके हैं जिसकी शिकायत चौकी  सिद्धौर से की गई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई जिससे प्रधान अपने गुर्गो के साथ घर पर मेरी व मेरे परिवार की पिटाई की और धमकी दी कि चौकी पुलिस को सुविधा शुल्क दे दिए हैं अब मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे। इस संबंध में सिद्धौर चौकीप्रभारी लल्लन सिंह राठौर का कहना है कि जांच कर उचित कार्यवाही की जा रही है।

बाराबंकी से संवादाता श्रवण चौहान

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