स्टीलबर्ड ने जरूरतमंदों की मदद के लिए एक नया प्लेटफॉर्म लॉन्च किया

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Today Express News / Report / Ajay Verma / नई दिल्ली, 06 अप्रैल, 2020ः वर्तमान समय में जब पूरा विश्व कोरोनावायरस महामारी से त्रस्त है तथा लोगों के पास रोजगार की कमी है और लॉकडाउन के चलते वे घरों में रहने के लिए मजबूर हैं और ऐसे नाजुक दौर में स्टीलबर्ड हाईटेक इंडिया लिमिटेड, देश में हेलमेट्स की सबसे बड़ी निर्माता कंपनी ने एक नए मोबाइल एप्लीकेशन स्टीलबर्डकनेक्टशेयरएंडअर्न के साथ उन लाखों लोगों की तरफ एक कदम बढ़ाया है जो कि आत्म सम्मान के साथ कुछ पैसे घर पर बैठ कर कमा सकते हैं।

इस संबंध में जानकारी देते हुए श्री राजीव कपूर, मैनेजिंग डायरेक्टर, स्टीलबर्ड हाईटेक इंडिया लिमिटेड ने कहा कि कोरोनावायरस के चलते आज वे करोड़ों लोग प्रभावित हुए हैं जो कि रोज कमाते थे और रोज खाते हैं, जिनमें दिहाड़ी करने वाले और अलग अलग तरह की फैक्टरियों में काम करने वाले शामिल हैं।उनकी कमाई का जरिया खत्म हो चुका है और उनके पास आज खाना खाने के लिए पैसे नहीं हैं। उनकी मुश्किलें काफी अधिक हैं। हालांकि हमारी सरकार काफी अच्छा काम कर रही है। सभी वर्गों की मदद के लिए सरकार ने एक लाख 70 हजार करोड़ रूपए का पैकेज भी दिया है और सरकार उनके खातों में मदद के लिए पैसे भी डाल रही है, परंतु उनकी मुश्किलें काफी अधिक हैं। ये सब कुछ देखते हुए स्टीलबर्ड ने ये एप्लिकेशन लॉन्च की है ताकि गांव-गांव में जो लोग काम नहीं कर पा रहे हैं, लॉकडाउन के कारण वे काम नहीं कर पा रहे है, उनकी मदद की जा सके।  स्टीलबर्डकनेक्टशेयरएंडअर्न के माध्यम से उन तक पैसे पहुंचाए जा सकते हैं। इसका कई तरह से फायदा होगा। इस समय देश का कॉर्पोरेट वर्ल्ड, सरकार और हस्तियां अपनी तरफ से मदद कर रही हैं और लोगों को राशन से लेकर नकद मदद कर रही हैं।

वहीं, स्टीलबर्ड की एक ये नई पहल इन सबको एक कदम और आगे बढ़ा सकती है।  राजीव कपूर ने बताया कि ऐसे में स्टीलबर्ड की ये ऐप एक नई पेशकश कर रही है। हम चाहते हैं कि पूरा कॉर्पोरेट वर्ल्ड इस समय इस ऐप के माध्यम से वह जिस भी तरह से लोगों की मदद कर रहे हैं, उसके बारे में अपना प्रचार करे, उसके बारे में पोस्ट करे जिससे की लोगों तक उनकी इन्फोर्मशन भी पहुंचेगी तथा उन्हें पैसे भी मिलेंगे । उसके बाद वे बिड लगाए कि जो भी जनता या आम यूजर इस मैसेज या पोस्ट को जितना अधिक शेयर करेगा, उतने पैसे उसके खाते में डाले जाएंगे। इसमें न्यूनतम बिड 50 पैसे है और एक शेयर पर 50 पैसे मिलेंगे। कोई भी कंपनी अपनी इस बिड को बढ़ा भी सकती है और वह ये तय कर सकती है कि वह किसी व्यक्ति को कितने पैसे देना चाहती है।

 इसका एक सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि इससे कॉर्पोरेट वर्ल्ड को अपनी सीएसआर, अपनी कंपनी या उत्पाद का नाम प्रचारित करने का मौका मिलेगा, क्योंकि वो जो भी पोस्ट डालेंगे, यूजर्स उसको देखेगा और उसको शेयर करेगा। इससे जरूरतमंदों को भी कुछ कमाने का मौका मिलेगा। जैसे ही एक जरूरतमंद अपने खाते में 500 रूपए कमा लेगा, तो स्टीलबर्ड 7 दिनों के अंदर पैसे उसके खाते में डाल देगा। जिससे वह राशन खरीद सकेगा और अपने परिवार का खाना दे सकेगा, उसका पेट भर सकेगा। अगर किसी यूजर्स के परिवार में चार सदस्य हैं तो वह पूरा परिवार 2000 रूपए भी कमा सकता है।

उन्होंने बताया कि ये समाज की एक बड़ी सेवा होगी और स्टीलबर्ड इसका कोई पैसा अपने पास नहीं रखेगा। कॉर्पोरेट वर्ल्ड से जो भी पैसा आएगा, वह पूरा पैसा यूजर्स को प्रदान कर दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के पीछे स्टीलबर्ड की पूरी आईटी और टीम काम करेगी और कंपनी के सर्वर्स का उपयोग किया जाएगा। ये एक सेवा है और हमारी पूरे कॉर्पोरेट वर्ल्ड से अपील है कि वे इस ऐप पर आए और सभी की मदद के लिए आगे आएं।  इसके साथ ही उनके पास ये भी विकल्प होगा कि वीडियो एक मिनट तक देखे जाने के बाद उसको शेयर किया जा सके। इसका पूरा राइट उनके पास होगा। हमने प्रति यूजर्स कमाई की सीमा को 500 रूपए ही रखा है ताकि जो भी जरूरतमंद लोग हैं, उन तक अधिकतम मदद पहुंच सकें। हम इससे अधिक से अधिक आबादी की मदद करना चाहते हैं।

कपूर ने कहा कि दूसरा, मेरा सरकार से अनुरोध है कि इस एप्लिकेशन को सीएसआर गतिविधि में डाल दे, ताकि इस दौरान जो भी कॉर्पोरेट वर्ल्ड इस गतिविधि में खर्च करेगा, वह सीएसआर फंड में डाला जा सकेगा। क्योंकि कॉर्पोरेट वर्ल्ड इस समय टीवी पर, सोशल मीडिया, रेडियो पर, अखबार में, गूगल और फेसबुक पर विज्ञापन दे रहा है, वह अगर इस माध्यम से विज्ञापन देगा तो समाज की सेवा भी होगी।  उन्होंने कहा कि मेरी सरकार से अपील है कि इस एप्लिकेशन पर किए जाने वाले खर्च को सीएसआर अकाउंट में डालने की अनुमति दे ताकि कंपनी को अपना विज्ञापन करने के साथ ही जरूरतमंदों की मदद करने का मौका भी मिलेगा।

इसके साथ ही सरकार इस पर जीएसटी से भी छूट की सुविधा दें। क्योंकि ये एक सेल-प्रमोशन की गतिविधि के दायरे में आता है, जिस पर 18 प्रतिशत जीएसटी है। सरकार इस अवधि के दौरान इस गतिविधि पर जीएसटी जीरो कर दें ताकि कॉर्पोरेट वर्ल्ड इस पर जो भी पैसा खर्च करे, वह अधिक से अधिक जरूरतमंद तक पहुंचे और उसकी अधिक से अधिक मदद हो। कंपनियों पर भी गैरजरूरी जीएसटी का भार ना पड़े। पैसा गरीबों तक पहुंचे।  ये एप्लिकेशन गूगल प्ले स्टोर से निशुल्क डाउनलोड की जा सकती है.

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.steelbird.connect&hl=en_IN

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