टुडे एक्सप्रेस न्यूज़। रिपोर्ट मोक्ष वर्मा। ज़ी टीवी के रियलिटी शो ‘छोरियां चली गांव’ में कृष्णा श्रॉफ के लिए यह दिन दोहरी जीत लेकर आया। वह सिर्फ ‘छोरी नंबर 1’ ही नहीं बनीं, बल्कि पहली बार घर की ‘मालकिन’ के रूप में भी उभरीं। हाल ही में हुए शो के ‘महा परीक्षा’ राउंड में कृष्णा ने अपनी टीम मेट, बेस्ट फ्रेंड और प्रतियोगी एरिका पैकार्ड के साथ मिलकर अंजुम फकीह और समृद्धि मेहरा के खिलाफ ज़बरदस्त मुकाबला किया। इस राउंड का नाम था ‘खींच पकड़ के’—यानी रस्साकशी का खेल।
दो ज़बरदस्त मुकाबले और कड़ी मेहनत के बाद, कृष्णा और एरिका ने जीत हासिल की और साबित कर दिया कि वे घर की सबसे मज़बूत जोड़ियों में से एक क्यों हैं।
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और जैसा कि हम कह सकते हैं—यह जीत पूरी तरह से सही इंसान के हिस्से आई। कृष्णा न सिर्फ फिर से ‘छोरी नंबर 1’ बनीं, बल्कि पहली बार घर की मालकिन भी बन गईं।
शो में उनका सफर एकदम 360 डिग्री बदलाव जैसा रहा है—शुरुआत में जो कृष्णा थी, और जो अब बनी हैं—उनमें ज़मीन-आसमान का फर्क है। और दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने खुद पहले ही ये भविष्यवाणी कर दी थी!
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लेकिन यह जीत सिर्फ़ ताकत की नहीं थी। यह एक फुल सर्कल मोमेंट था। शो की शुरुआत से ही कृष्णा श्रॉफ ने दर्शकों को अपने परिवर्तन से चौंकाया है—अपनी सीमाएं लांघकर, सच्चाई के साथ टिके रहकर, और ऐसी नेतृत्व क्षमता और आत्मबल दिखाकर जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी।
उनका यह सफर न सिर्फ दर्शकों बल्कि बमुलिया गांव के लोगों के दिलों को भी छू गया है, जिन्होंने उन्हें अब अपने परिवार जैसा अपनाया है। ऑनलाइन भी, नेटिज़न्स और प्रशंसक उन्हें शो की सबसे मज़बूत और सबसे प्रामाणिक दावेदारों में से एक बता रहे हैं, और हफ़्ते-दर-हफ़्ते लगातार उनका समर्थन कर रहे हैं।