टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ | आधुनिक दौड़ में बहुत सी महिलाओं को PCOS की शिकायत होती है, जिसकी वजह से उनके अंदर यह डर बना रहता है कि वो कभी माँ नहीं बन पाएंगी। ऐसा कई कारणों से हो सकता है लेकिन आपको घबराने की जरुरत नहीं है क्यूंकि आधुनिक चिकित्सा तकनीकों और सदियों से चलती आ रही भारतीय आयुर्वेदिक पद्धतियों के द्वारा इसका उपचार संभव है। जिसके बाद आप आसानी से conceive कर सकती हैं।
आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और इनफर्टिलिटी विशेषज्ञ डॉक्टर चंचल शर्मा बताती हैं कि PCOS (polycystic ovary syndrome) महिलाओं में होने वाली एक आम बीमारी है जो हार्मोनल संतुलन बिगड़ने की वजह से हो सकता है और सीवियर केसेस में इनफर्टिलिटी का कारण भी बन सकता है लेकिन आमतौर पर PCOS को बीमारी न समझकर स्वास्थ्य विकार समझना चाहिए जिसका इलाज संभव है लेकिन इसके लिए आपको अपने जीवनशैली, आहार, आदि में परिवर्तन करना होगा।
अक्सर लोगों के बीच में यह अवधारणा बनी रहती है कि PCOS से ग्रसित महिलाओं को गर्भधारण में दिक्कत होती है और वह कभी भी माँ नहीं बन सकती है लेकिन यह बात पूर्णतः सच नहीं है बल्कि इसमें केवल आंशिक सच्चाई है। आजकल कुछ विशेष बातों पर ध्यान देने के बाद PCOS के लक्षणों में सुधार करके उनकी गर्भधारण की क्षमता बढ़ाई जा सकती है।
PCOS (polycystic ovary syndrome) क्या है?
महिलाओं के शरीर में जब पुरुष हार्मोन एण्ड्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है तब PCOS के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसमें स्त्री के अंडाशय से अंडे के निष्कासन में बाधा होती है और अंडाशय में सिस्ट भी बन जाता है। पुरुष हार्मोन्स की अधिकता होने के परिणामस्वरुप महिलाओं के उन अंगों पर बाल उगने लगते हैं जहाँ प्रायः पुरुषों में पाए जाते हैं जैसे पीठ, छाती चेहरे और शरीर के अन्य भागों पर। महिलाओं में यह समस्या अभी के समय में बढ़ती ही जा रही है और कई बार ध्यान नहीं देने पर बहुत देर हो जाती है और महिलाओं को निःसंतानता जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है।
PCOS के बावजूद महिलाएँ कैसे हो सकती हैं प्रेगनेंट?
उपचार : जैसे ही किसी महिला के अंदर PCOS के लक्षण दिखाई देते हैं वैसे ही अपने नजदीकी डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। चूँकि PCOS का कोई परमानेंट इलाज नहीं है इसलिए आपके स्वास्थ्यसेवा प्रदाता उन लक्षणों का ट्रीटमेंट करते हैं जो आपमें दिखाई दे रहे हैं। आयुर्वेदिक उपचार में दवाइयों के साथ थेरेपी भी शामिल की जाती है जिससे आपके स्वास्थ्य में सुधार हो और आप माँ बन सके।
पौष्टिक आहार का सेवन : आजकल मार्केट में जिस तरह के फ़ूड आइटम्स मौजूद हैं उसके सेवन से लोगों का स्वास्थ्य और हार्मोनल संतुलन भी बिगड़ रहा है। आपको अपनी डाइट में उन खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जिससे आपकी प्रजनन क्षमता में वृद्धि हो। बाहर का अनहेल्दी खाना अवॉयड करें और जितना हो सके संतुलित पौष्टिक आहार का सेवन करें। आप नियमित रूप से जिस आहार का सेवन कर रही हैं उसमे बहुत सारे जरुरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है जिसकी पूर्ति के लिए आप प्लांट बेस्ड सप्प्लिमेंट्स का उपयोग कर सकती हैं इससे आपके शरीर में इन्सुलिन का लेवल बैलेंस्ड रहेगा।
नियमित एक्सरसाइज : आप नियमित रूप से 30-40 मिनट तक फर्टिलिटी बढ़ाने वाली एक्सरसाइज कर सकते हैं। लेकिन एक बार किसी एक्सपर्ट से परामर्श ले लें कि आपके स्वास्थ्य के लिए कौन से व्यायाम उचित हैं और जिसे करने से आप PCOS के लक्षणों को कम करके, गर्भधारण की अपनी इच्छा पूरी कर सकती हैं।
एक्सपर्ट एडवाइस : PCOS एक ऐसा स्वास्थ्य विकार है जो बाहरी तौर पर जल्दी दिखाई नहीं देता है इसलिए बिना किसी टेस्ट करवाए आप स्वयं इसका उपचार करने न बैठ जाएँ। उचित यही होगा कि आप किसी एक्सपर्ट डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी गाइडेंस के अनुसार ही दवाई या अन्य चीजों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। कई बार बढ़ते वजन को देखकर महिलाएं तनाव में आ जाती हैं और इंटेंस वर्कआउट शुरू कर देती हैं साथ ही खानपान में भी लापरवाही बरतने लगती हैं लेकिन यह आपके स्वास्थ्य के लिए घातक साबित हो सकता है। आपको अपनी हेल्थ कंडीशन देखते हुए हर चीज में संतुलन बनाये राखना होगा।