फरीदाबाद – दो दिवसीय राज्यस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का समापन – ओवरआल जिला सोनीपत और करनाल सबसे आगे रहे !!!

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फरीदाबाद 4 MAR: डीएवी सेंचुरी कालेज में चल रही दो दिवसीय राज्यस्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी का समापन हो गया जिसमें सात कैटागिरी की विभिन्न स्ट्रीम्स में प्रस्तुत किये गए मॉडल्स में ओवरआल जिला सोनीपत और करनाल सबसे आगे रहा. इस विज्ञान प्रदर्शनी में सोनीपत के जीवीएम कालेज की सोनिया और दीपाली ने कार में एल्कोहल को सेंसर द्वारा सेन्स करने वाला मॉडल प्रस्तुत करने पर ओवरआल ट्राफी से नवाजा गया. वहीँ करनाल के केवीए डीएवी कालेज फार वुमेन की मीनाक्षी और अलीशा को फिजिक्स कैटागिरी में सेंसर युक्त डिजिटल डस्टबिन मॉडल प्रस्तुत करने पर प्रथम स्थान से नवाजा गया. कुल मिलाकर सात कैटागिरी की इस विज्ञान प्रदर्शनी में कुल 21 इनाम बांटे गए.
मेजबान डीएवी सेंचुरी कालेज फरीदाबाद के प्रिंसिपल ने बताया की इस प्रदर्शनी का आयोजन डायरेक्टर जर्नल हायर एजुकेशन के सौजन्य से किया गया है और इस प्रदर्शनी में हरियाणा के 22 जिलों के करीब 40 कालेजो के 200 छात्रों ने अपने विज्ञान से सम्बंधित मॉडल्स प्रस्तुत किये है.जिसमें सात कैटागिरी की विभिन्न स्ट्रीम्स में प्रस्तुत किये गए मॉडल्स में ओवरआल जिला सोनीपत और करनाल सबसे आगे रहा.उन्होंने कहा की वेस्ट , रिसाइकलिंग , सेंसर और स्मार्ट सिटी आदि पर बहुत ही बेहतरीन मॉडल्स बच्चो ने कड़ी मेहनत के बाद प्रस्तुत किये जिसमे ड्रिंक करके गाडी चलाने वाले को सेंसर किस तरीके से गाडी को चलने से रोकता है आकर्षण का केंद्र रहा वहीँ कचरा निपटारन के आइडिये पर भी मॉडल्स ने सबका ध्यान अपनी और आकर्षित किया।
इस विज्ञान प्रदर्शनी में ओवरआल ट्राफी पर कब्जा जमाने वाली जीवीएम कालेज की छात्रा सोनिया और दीपाली ने बताया की उन्होंने फोर व्हीलर के स्टेरिंग पर सेंसर लगा एक ऐसा मॉडल प्रस्तुत किया है की अगर उस गाडी में यदि कोई शराब पीकर गाडी चलाने की कोशिश करेगा तो स्टेरिंग पर लगा सेंसर अल्कोहल को सेन्स कर लेगा और गाडी लाख कोशिश के बावजूद नहीं चलेगी। छात्रा ने बताया की वह कई बार सड़को पर ड्रंक ऐंड ड्राइव के चलते कई एक्सीडेंट देख चुकी है और उसी से प्रेरणा लेकर उन्होंने ऐसा सेंसर तैयार किया है जो अल्कोहल को सेन्स करता है जिसे स्टेरिंग पर लगाया गया है. ऐसे में यदि कोई ड्रिंक करके गाडी चलाएगा तो गाडी वहीँ रुक जायेगी यही नहीं यदि गाडी के अंदर अल्कोहल पड़ा होगा तो भी गाडी नहीं चलेगी।
वहीँ फिजिक्स कैटागिरी में डस्टबीन सेंसर युक्त अपना मॉडल प्रस्तुत करने वाली केवीए डीएवी कालेज फार वुमेन की मीनाक्षी और अलीशा ने बताया की उन्होंने ऐसा सेंसर डस्टबीन में लगाया है जो यह बताता है की डस्टबीन भर गया है और उसे खाली किया जाए. अपने मॉडल को  दिखाते हुए उसने बताया की शहर के डस्टबीन्स जब कचरे से भर जाएंगे तो सेंसर उन्हें  सेन्स करेगा और उसका बजर नगर निगम कार्यालय में बजेगा जिससे उन्हें पता चलेगा और वह वहां से कचरा उठाकर ले जाएंगे। छात्रा ने बताया की अमूमन शहर में कचरे के डस्टबीन भर जाते है जिससे बदबू फैलती है और वातावरण दूषित होता है. ऐसे में डस्टबीन में लगे सेंसर के कारण कर्मचारी वहां से समय रहते कूड़ा उठाकर ले जाएंगे। उन्होंने बताया की सरकार द्वारा घोषित करनाल और फरीदाबाद स्मार्ट सिटी में यदि यह कांसेप्ट अपनाया जाए तो बहुत फायदा होगा।

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