टुडे एक्सप्रेस न्यूज़ । 01 May, 2025: भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) को खरीदने का ट्रेंड तेज़ी से लोकप्रियता हासिल कर रहा है, और इसकी सबसे बड़ी वजह है—खर्चों के मामले में पारंपरिक इंटरनल कम्बशन इंजन (ICE) वाले वाहनों की तुलना में EVs से साफ-साफ मिलने वाला फायदा। भले ही इसकी शुरुआती कीमत थोड़ी अधिक लगे, लेकिन लंबे समय में इलेक्ट्रिक वाहन टिकाऊ और किफायती मोबिलिटी की तलाश कर रहे खरीदारों के लिए बिल्कुल उपयुक्त और समझदारी भरा निर्णय बन जाते हैं। TATA.ev इस बदलाव का झंडाबरदार बन गया है, जो EVs और ICE मॉडल्स के बीच कीमतों की खाई को तेज़ी से पाट रहा है। वाहन चलाने और उसके रखरखाव के बेहद कम खर्च के साथ, EVs न सिर्फ भविष्य का वाहन बन रहे हैं, बल्कि एक कार का मालिक होने के मामले में भी नई परिभाषाएं गढ़ रहे हैं।
VAHAN पोर्टल के डेटा के अनुसार, साल 2024 में इलेक्ट्रिक पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में ज़बरदस्त उछाल दर्ज किया गया है। इस अवधि में रिटेल बिक्री 89,000 यूनिट्स से भी पार पहुंच गई, जो पिछले साल की तुलना में 22% की वृद्धि है। यह वृद्धि EV बाजार के व्यापक विकास को भी दर्शाती है, जहां कुल 19 लाख यूनिट्स की बिक्री दर्ज की गई, जो कि 27% की शानदार तेज़ी है। आर्थिक लाभ के अलावा, निर्माताओं के बढ़ते समर्थन और सरकारी पहलों के विस्तार ने भी उपभोक्ताओं के बीच EVs के प्रति भरोसे को नई उड़ान दी है।
EVs के वित्तीय फायदें
EVs के स्वामित्व से जुड़े खर्चों का गहराई से विश्लेषण करने पर कई स्तरों पर उल्लेखनीय बचत का पता चलता है। जैसे-जैसे बैटरी की कीमतें घट रही हैं, Nexon.ev जैसे मॉडलों को खरीदने का कुल खर्च पहले से कहीं अधिक प्रतिस्पर्धी हो रहा है। जब इसकी तुलना समकक्ष पेट्रोल, डीजल, हाइब्रिड और सीएनजी वाहनों से की जाती है, तो Nexon.ev खर्च के मामले में बेहद आकर्षक किफायत पेश करता है, जिस कारण से EVs अब व्यापक उपभोक्ता वर्ग के लिए अधिक सुलभ बनती जा रही हैं।
वाहन की खरीदी के बाद, खर्चों से संबंधित EVs के निरंतर लाभ और भी स्पष्ट हो जाते हैं। एक EV को चार्ज करना, पारंपरिक इंजन (ICE) वाहन में ईंधन भरवाने की तुलना में कहीं अधिक किफायती है। साथ ही, EVs में मूविंग पार्ट्स की संख्या कम होने के कारण रखरखाव का खर्च भी काफी कम रहता है, जिससे इन्हें एक दीर्घकालिक किफायती विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा, अगर रूफटॉप सोलर सिस्टम को एकीकृत किया जाए, तो EV का मालिक बनने पर बचत में एक और बेहतर पहलू जुड़ जाता है — उपभोक्ता शून्य खर्च पर अपने वाहन को चला सकते हैं और नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग कर ऊर्जा के खर्च में भी उल्लेखनीय कमी ला सकते हैं। इस प्रकार से इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर कदम बढ़ाना पहले से कहीं अधिक फायदेमंद बन जाता है।
नीचे दी गई तालिका EV और उसके समकक्ष पेट्रोल, डीजल, हाइब्रिड और सीएनजी वाहनों को खरीदने के खर्चों में अंतर को दर्शाती है:
मॉडल | Nexon.ev | समकक्ष ICE वाहन – पेट्रोल | समकक्ष ICE वाहन – डीजल | मिड–साइज़ स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड SUV[1] | सबकॉम्पैक्ट ICE वाहन – CNG[2] [3] |
ESP कीमत (₹) | 1,249, 000 | 1,169,990 | 1,309,990 | 1,843,000 | 1,209,500 |
पंजीकरण | 8,160 | 140,398 | 183,398 | 227,941 | 102,845 |
अन्य शुल्क | 13,090 | 11,699 | 13,099 | 18,930 | 12,095 |
बीमा खर्च (₹) – पहले 3 साल | 56,995 | 55,813 | 60,966 | 62,594 | 48,684 |
3 साल के बाद बीमा रिन्यू करने का खर्च | 39,471 | 37,496 | 40,995 | 54,314 | 38,484 |
खरीदी का कुल खर्च | 1,327,245 | 1,377,900 | 1,567,453 | 2,152,465 | 1,373,124 |
प्रीमियम हाइब्रिड और सीएनजी विकल्पों की तुलना में EVs को खरीदने के खर्च में उल्लेखनीय बचत होती है। यह बात किफायती और टिकाऊ समाधान के मामले में उपभोक्ताओं की प्राथमिकताओं से पूरी तरह मेल खाती है।
माइलेज और ईंधन के खर्च की तुलना
EVs का एक और बड़ा फायदा उनकी दक्षता और ईंधन का कम खर्च है। विभिन्न प्रकार के वाहनों की माइलेज (रेंज) और ईंधन के खर्च की तुलना इस बात को स्पष्ट रूप से दर्शाती है:
मॉडल | Nexon.ev | समकक्ष ICE वाहन – पेट्रोल | समकक्ष ICE वाहन – डीजल | मिड–साइज़ स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड SUV | सबकॉम्पैक्ट ICE वाहन – CNG |
माइलेज (kmpl) / km प्रति kWh | 9.17 | 17.18 | 24.08 | 27.97 | 25.5 |
ईंधन का खर्च (रुपये/यूनिट) – मुंबई | 8 | 104.21 | 92.15 | 104.21 | 77 |
EVs प्रति किलोमीटर ऊर्जा के कम खर्च के साथ पेट्रोल और डीजल जैसे अन्य पारंपरिक ईंधनों से काफी आगे हैं। यह उन उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण कारक बन गया है, जो अपने रोज़मर्रा के जीवन में सफर पर होने वाले खर्चों में कटौती करना चाहते हैं।
वाहन के मालिक होने के खर्चों को गहराई से समझें
किसी EV का मालिक होने का एक प्रमुख फायदा उन्हें हर दिन चलाने के खर्चों में भारी कमी है। यह बात ईंधन की खपत और रखरखाव के बारीक विश्लेषण से स्पष्ट हो जाती है।
मॉडल | Nexon.ev | समकक्ष ICE वाहन – पेट्रोल | समकक्ष ICE वाहन – डीजल | मिड–साइज़ स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड SUV | सबकॉम्पैक्ट ICE वाहन – CNG |
सर्विस और मैंटनेंस का खर्च (₹) | 4,000 | 6,000 | 6,000 | 6,000 | 6,000 |
प्रति दिन वाहन चलाने का औसत KM | 50.00 | 50.00 | 50.00 | 50.00 | 50.00 |
प्रति दिन लगने वाला कुल वाहन (L) | 5.45 | 2.91 | 2.08 | 1.79 | 1.96 |
ईंधन का दैनिक खर्च | 43.62 | 303.29 | 191.34 | 186.29 | 150.92 |
वार्षिक ईंधन खर्च | 15,703 | 1,09,184 | 68,883 | 67,064 | 54,332 |
Nexon.ev का प्रतिदिन का ऊर्जा खर्च केवल ₹43.62 है, जबकि पेट्रोल वाहनों में ईंधन खर्च ₹303.29 और डीज़ल वाहन का खर्च ₹191.34 है, यानि EV चलाने के आर्थिक फायदें बहुत जल्दी स्पष्ट हो जाते हैं। Nexon.ev के लिए सालाना ऊर्जा खर्च केवल ₹15,703 है, जबकि पेट्रोल वाहन के लिए ईंधन का खर्च ₹1,09,184, डीज़ल वाहन के लिए ₹68,883 और CNG वाहन के लिए ₹54,332 है। रखरखाव के कम खर्चों के साथ मिलकर, EVs न केवल पैसे की बचत करते हैं बल्कि इसके मालिक होने के पूरे अनुभव को भी बेहतर बनाते हैं।
वाहन चलाने के दीर्घकालिक लाभ
Nexon.ev को चलाने का वार्षिक खर्च अन्य वाहन प्रकारों की तुलना में काफी कम है। पांच सालों में, यह अंतर और भी अधिक स्पष्ट हो जाता है — Nexon.ev में यह खर्च कुल ₹1,77,458 होता है, जबकि पेट्रोल वाहन में ₹6,50,912, डीज़ल में ₹4,56,404, हाइब्रिड में ₹4,73,947 और सीएनजी में ₹3,78,625 का खर्च होता है।
मॉडल | Nexon.ev | समकक्ष ICE वाहन – पेट्रोल | समकक्ष ICE वाहन – डीजल | मिड–साइज़ स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड SUV[1] | सबकॉम्पैक्ट ICE वाहन – CNG |
वाहन चलाने का कुल वार्षिक खर्च | 19,703 | 115,184 | 74,883 | 73,064 | 60,332 |
5 सालों में वाहन चलाने का कुल खर्च | 177,458 | 650,912 | 456,404 | 473,947 | 378,625 |
यह दीर्घकालिक वित्तीय फायदा उपभोक्ताओं को ICE वाहनों की तुलना में एक स्थायी और किफायती विकल्प पेश करता है।
TATA.ev लगातार EV मार्केट में अग्रणी बनी हुई है। बाज़ार में इसकी हिस्सेदारी 60% से अधिक है, और 4 सालों में TATA.ev की 2 लाख से ज़्यादा यूनिट्स की बिक्री हो चुकी है। यह भारत में सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन पोर्टफोलियो पेश करती है, जिसमें Tiago.ev, Tigor.ev, Punch.ev, Nexon.ev और Curvv.ev शामिल हैं, जिनकी कीमत ₹7.99 लाख से ₹22 लाख तक है। निरंतर नवाचार लाते हुए और अपने उत्पादों को बेहतर बनाते हुए, TATA.ev ने लगातार यह प्रयास किया है कि उपभोक्ताओं के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाना एक समझदारी भरा और फायदेमंद निर्णय साबित हो।